एलर्ट ग्रुप ऑफ इंडिया को घोषणा करने से प्रसन्नता हो रही है की वैयावच – भक्ति ( साधु -साध्वीजी भगवंतो) के कार्य को बड़े ही भाव से करे.
“पंचमकालमे जो इंसान साधु बने वो महान है;
देवो से राजा से बड़ा जैन मुनी का मान है ”
श्रमण  और श्रमणी भगवंत हमारे जंगम तीर्थ है.
हमें उनसे प्रेरणा मिलती है और उनके द्वारा दिए गये
सम्यक ज्ञान  से मुक्ति का मार्ग हम सिख सकते है.  
उनकी वैयावच – भक्ति   यह हमारा पहला और
सबसे बड़ा कर्तव्य है और
हम सबके सौभाग्य से यह
पवित्र चतुर्मास आराधना के
प्रवेश का समय भी है.
एलर्ट ग्रुप भायखला द्वारा मुंबई में
चार्तुमासार्थे बिराजमान होनेवाले
सभी साधु -साध्वीजी भगवंतो को
अपने समय जीवन में
जरुरी चीज-वस्तु वहोराने
का सुंदर कार्य हो रहा है. 
छोटी पीन  से लेकर
बड़ी वस्तु जो भी
उन्हें जरुरत हो वो
प्राप्त करके वहोराने का कार्य कर रहे है. 
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